हस्तमुद्रा चिकित्सा के बारे में जानें l
हस्तमुद्रा चिकित्सा के बारे में जानें l
हमारा शरीर का निर्माण पांच तत्वों से हुआ है और इन्ही तत्वों का प्रतिनिधित्व हमारे हाथ की उँगलियाँ करती हैं
हस्तमुद्रा
posted by seva bharath times on 21/08/2019
हमारा शरीर का निर्माण पांच तत्वों से हुआ हे और इन्ही तत्वों का प्रतिनिधित्व हमारे हाथ की उँगलियाँ करती हैं...इन्ही तत्वों के असमान होने पर शरीर में कई बीमारियां घर कर लेती हैं. इसलिए दोनों हाथो की उँगलियों द्वारा विभिन्न प्रकार की आकृति बनाकर हम स्वयं ही कई प्रकार की बिमारिओं का घर बैठे उपचार कर सकते हैं. हाथो की उँगलियों से विभिन्न प्रकार की आकृति बनाने की विधि को हस्तमुद्रा चिकित्सा कहा जाता हैं. ये चिकित्सा पद्यति बहुत प्राचीन हे .. हमारे देश के ऋषि मुनि जो जंगलो में कई वर्षो तक कठोर तप करते थे .. वे भी इसी पद्यति का प्रयोग कर अपने शरीर को बिमारिओं से सुरक्षित रखते थे ..इस चिकित्सा पद्यति का निर्माण महृषि घेरण्ड ने 5000 वर्ष पूर्व किया था.जो अब आधुनिक चिकित्सा पद्यति के कारण भुला दी गई हैं. जिसका पूर्ण विवरण घेरण्ड संहिता में मिलता हैं. .... आगे इस के प्रयोग और बीमारी के बारे में विस्तार से बात करेंगे.
लेखक : श्री रमन भट्नागर