जनता को सुगम व गुणवत्तापूर्ण सेवा देना हमारा दायित्व है


जनता को सुगम व गुणवत्तापूर्ण सेवा देना हमारा दायित्व है : जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया


                         


      (फोटो-: जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया)


posted by seva bharat times on 29/08/2019


अल्मोड़ा। जनसामान्य की शिकायतों के निराकरण के लिए बनाए गए सीएम हेल्पलाइन पोर्टल 1905 के सभी स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षण देकर दक्ष किया जा रहा है। इसी क्रम में आज जनपद के उदय शंकर नाट्य अकादमी फलसीमा में जनपद के एल-1 और एल-2 स्तर के अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण में बतौर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया ने कहा कि हम सभी लोक सेवक हैं, इसलिए जनता को सुगम व गुणवत्तापूर्ण सेवा देना हमारा दायित्व है। उन्होंने कहा कि जनता जागरूक है और उनकी अपेक्षाएं भी अधिक हैं, हमें जनता की अपेक्षाओं के अनुसार कार्य कर, खरा उतरना होगा। सरकार व हमारा उद्देश्य आम जनता को सेवा देना है तथा उनकी समस्याओं का समयबद्धता से निस्तारण करना है।


 उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने कार्य एवं दायित्वो को संजीदगी से करते हुए जनता की समस्याओं का समाधान समयबद्ध तरीके से करें। 
जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के लिए दिये जा रहे प्रशिक्षण को सभी अधिकारी गम्भीरता से लें। उन्होने कहा कि यदि हेल्पलाइन से सम्बन्धित कोई समस्या आ रही हो तो प्रशिक्षण में आये प्रशिक्षकों एवं विशेषज्ञों से अपनी समस्या का समाधान करा लें। उन्होने अधिकारियों से कहा सीएम हेल्पलाइन को रोज देखना अपनी आदतों में शामिल करें।


इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सीएम हेल्पलाइन के प्रभारी रवीन्द्र दत्त ने बताया कि जनता की सहूलियत और शिकायत प्रक्रिया को और सरल बनाने के लिये मा0 मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर क्षेत्रीय भाषाओं में भी सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करने की सुविधा दी गई है। 


उत्तराखण्ड का कोई भी नागरिक कई भाषाओं में सीएम हेल्पलाइन टोल फ्री नंबर 1905 पर हिंदी, अंग्रेजी, गढ़वाली, पंजाबी, कुमाउनी भाषा मे अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। जिसमें प्रत्येक स्तर पर अधिकारियों द्वारा 7 दिन के भीतर समस्याओं का निदान करना आवश्यक होगा।
उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में प्रत्येक जनपद के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने बताया मुख्यमंत्री चाहतें है कि जनता को छोटी-छोटी सामान्य शिकायतों के लिए सचिवालय या मुख्यमंत्री आवास के चक्कर न काटने पड़े इसलिए अधिकारी सामान्य शिकायतों का अपने स्तर पर त्वरित निस्तारण करें। 


उन्होने बताया हेल्पलाइन पर प्राप्त शिकायत का समयबद्ध निराकरण जरूरी है। इसमें ब्लाॅक व तहसील स्तर के अधिकारी को प्रथम स्तर एल 1, जिलाधिकारी व विभाग के जिला स्तर के अधिकारी को द्वितीय स्तर एल 2, सम्बन्धित विभाग के विभागाध्यक्ष को तृतीय स्तर एल 3 तथा सम्बन्धित विभाग के सचिव को चतुर्थ स्तर एल 4 में वर्गीकृत किया गया है।
 उन्होने बताया शिकायत पंजीकृत होने पर वह प्रथम स्तर एल 1 अधिकारी के डैश बोर्ड पर प्रदर्शित होती है। निर्धारित समय 07 दिन में निस्तारण न होने पर वह द्वितीय स्तर एल 2 डेश बोर्ड पर प्रदर्शित होती है। शिकायत के निस्तारण का प्रथम दायित्व एल 1 अधिकारी का होगा इसी प्रकार विभाग द्वारा एल 2 व एल 3 के लिए भी 07-07 दिन की समय सीमा है। इस अवधि की समाप्ति पर शिकायत उच्चस्तर के अधिकारी एल 4 के डेश बोर्ड पर उपलब्ध हो जायेगी। एल 4 के लिए भी समय सीमा 07 दिन ही रहेगी उन्होने बताया हेल्पलाइन की प्रत्येक माह मुख्यमंत्री स्तर, विभाग स्तर व जिलाधिकारी स्तर पर समीक्षा की जायेगी। उन्होने कहा अधिकारियों द्वारा जो सुझाव दिये गये है उन्हें कार्ययोजना में सम्मिलित किया जायेगा। 


मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के प्रोग्रामर पंकज ने तकनीकी बारीकियों की जानकारी देते हुए कहा मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा अपेक्षा की गयी है कि सभी स्तर के अधिकारी जन समस्याओं को बारीकी से समझकर उनका त्वरित निस्तारण करेंगें। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय नियमित रूप से इसकी माॅनिटरिंग कर रहा है। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति टोल फ्री नम्बर-1905 के माध्यम से या आॅनलाईन पोर्टल https://www.cmhelpline.uk.gov.in/   करा सकता है। 
प्रशिक्षण कार्यक्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ददन पाल और मुख्य विकास अधिकारी मनुज गोयल, संयुक्त मजिस्टेªट रानीखेत नरेन्द्र भण्डारी, उपजिलाधिकारी राहुल शाह, मोनिका, अभय प्रताप सिंह, आर0 के0 पाण्डे सहित समस्त जिला/तहसील/ब्लाॅक स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।


 


 


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