निर्वाचन आयोग ने कसी कमर
सोशल मीडिया को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने कसी कमर,पढ़ें ये रिपोर्ट
(फोटो-: पंचायत चुनाव)
सेवा भारत टाइम्स ब्यूरो देहरादून न्यूज 15 /09 /2019
देहरादून। त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों में सोशल मीडिया की अहम भूमिका को समझते हुए निर्वाचन आयोग इस पर पैनी नजर रखने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए इन दिनों आयोग में गाइडलाइन तैयार करने का काम चल रहा है।
चुनाव के दौरान सोशल मीडिया का गलत उपयोग न हो इसके लिए पुलिस के साइबर सेल की भी भूमिका तय की जाएगी। सोमवार को गाइडलाइन जारी होने की उम्मीद है। राज्य के पंचायत चुनावों में यह पहला मौका है, जब आयोग सोशल मीडिया पर भी नजर रखेगा। बदली परिस्थितियों में कम खर्च पर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंच और अपनी बात पहुंचाने के लिए सोशल मीडिया अहम जरिया बन चुका है। बावजूद इसके सोशल मीडिया में विसंगतियों की भी कमी नहीं है।
पिछले विधानसभा, लोकसभा चुनावों और निकाय चुनावों के दरम्यान सोशल मीडिया पर जिस तरह टांग खिंचाई, दुष्प्रचार हुआ, उसकी छाया पंचायत चुनाव पर न पड़े, इसके लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने कमर कस ली है। ये बात अलग है कि निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव के लिए आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है, मगर अब पंचायत चुनाव में सोशल मीडिया को भी इसके दायरे में लाने की तैयारी है। पंचायत चुनाव में सोशल मीडिया दुष्प्रचार का जरिया न बने, इसके लिए गाइडलाइन तैयार हो रही है। इसके तहत निकाय चुनाव जैसी व्यवस्था की जा रही है। यदि चुनाव के दौरान कोई प्रत्याशी सोशल मीडिया पर अपना ग्रुप बनाता है तो उसे एडमिन से लेकर अन्य पूरी जानकारी आयोग को देनी होगी।
प्रत्याशी को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि सोशल मीडिया पर बने उसके ग्रुप में ऐसी कोई टिप्पणी न हो, जिससे किसी जाति-धर्म और संप्रदाय या सामाजिक वर्ग को भावनाओं को चोट पहुंचे। यही नहीं, ग्रुप एडमिन की जवाबदेही भी तय की जाएगी। चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर निगरानी रखने को पुलिस के साइबर सेल की मदद भी लेने पर आयोग विचार कर रहा है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त चंद्रशेखर भट्ट ने बताया कि निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराना आयोग की जिम्मेदारी है। इस क्रम में पंचायत चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर निगरानी के लिए गाइडलाइन तैयार हो रही है, जिसे जल्द जारी किया जाएगा। इसके साथ ही पुलिस महानिदेशक को भी पत्र लिखा जा रहा है।