चीन ने नहीं दी गांधी जयंती के लिए इजाजत : जानें
एक तरफ पूरी दुनिया महात्मा गंधी के जन्मदिवस को अहिंसा दिवस के रूप में मना रही है और दूसरी तरफ चीन ने बापू के सम्मान में आयोजित किए जाने वाले समारोह को इजाजत देने से इनकार कर दिया। दरअसल चीन के एक प्रसिद्ध पार्क में पिछले 14 सालों से गांधी जयंती मनाई जाती थी और बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होते थे लेकिन इस बार यह कार्यक्रम उस पार्क में नहीं आयोजित हो सका। चीनी प्रशासन ने पार्क में समारोह आयोजित करने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद यह कार्यक्रम में भारतीय दूतावास में ही आयोजित किया गया।
पेइचिंग के एक पब्लिक पार्क में 2005 से ही गांधी जयंती मनाई जाती थी। लेकिन बापू की 150वीं जयंती यहां नहीं मनाई जा सकी।चाओयांग पार्क में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा भी लगाई गई है। चाओयांग पार्क में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा भी लगाई गई है। यह चीन का अकेला प्रसिद्ध पार्क है जहां बापू की प्रतिमा है। चीन के प्रसिद्ध शिल्पकार युआन शिकुन ने यह मूर्ति बनाई थी। हर साल भारतीय दूतावास यहीं गांधी जयंती समारोह का आयोजन करता था और खुद युआन में इसमें मौजूद रहते थे।
दूतावास के अधिकारियों ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी पहले ही समारोह की इजाजत लेने के लिए आवेदन कर दिया गया था लेकिन ऐन वक्त पर पता चला कि इजाजत नहीं दी गई है। इसके बाद यह कार्यक्रम में दूतावास के ही सभागार में किया गया। दूतावास के अधिकारियों को भी यह जानकर हैरानी हुई कि बिना किसी वजह के ऐसा क्यों किया गया है।
अनेक देशों में गांधी को किया गया याद
अलग-अलग देशों ने अपने तरीके से गांधी जी को याद किया। फिलस्तीन ने बापू को याद करते हुए डाक टिकट जारी किया। नेपाल में पहली गांधी प्रतिमा का अनावरण किया गया। श्रीलंका के राष्ट्रपति सिरिसेना और प्रधानमंत्री ने भी गांधी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। गौरतलब है कि चीन ने एक दिन पहले ही अपना राष्ट्रीय दिवस मनाया है। चीन में कम्युनिस्ट शासन को 70 साल पूरे हो चुके हैं। मंगलवार को चीन ने बड़ी सैन्य परेड का आयोजन किया जिसमें अपने मारक हथियारों का प्रदर्शन किया।