उत्तराखंड बोर्ड की हाई स्कूल व इंटर की बची परीक्षाओं की तारीख बदली 20 जून के बजाए 22 जून से होंगी परीक्षाएं सेवा भारत टाइम्स ब्यूरो उत्तराखंड l विद्यालयी शिक्षा परिषद के अवशेष परीक्षाओं के कार्यक्रम में थोड़ा परिवर्तन किया गया है। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने आदेश जारी करते हुए हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के बोर्ड परीक्षा की तारीखों में बदलाव किया है। शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने आदेश जारी किया है कि 20 से 23 जून के बीच होने वाली परीक्षाएं अब 22 से 25 जून के बीच की जाएंगी।
संन्यासियों की निर्मम हत्या की हो सी. बी.आई.जांच सतपाल जी महाराज । (फोटो :- पर्यटन, संस्कृति एवं सिंचाई मंत्री श्री सतपाल महाराज उत्तराखण्ड ) सेवा भारत टाइम्स ब्यूरो देहरादून। लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के दो संन्यासियों की निर्मम हत्या पर उत्तराखण्ड के पर्यटन, संस्कृति एवं सिंचाई मंत्री श्री सतपाल महाराज ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए पूरे प्रकरण की सी. बी. आई. जांच की मांग की है। उत्तराखंड के पर्यटन, संस्कृति एवं सिंचाई मंत्री श्री सतपाल महाराज ने महाराष्ट्र के पालघर के गड़चिनचले गांव में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की पीट-पीटकर निर्मम हत्या किये जाने की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि पूरे मामले की सी. बी. आई. की जानी चाहिए। श्री महाराज ने कहा कि जिस प्रकार से पालघर में संन्यासियों को निशाना बनाते हुए उनकी हत्या की गई उसे देखकर स्पष्ट है कि ऐसा जघन्य कृत्य गाँव वाले कभी नहीं कर सकते। निश्चित रूप से इस निर्मम हत्याकांड के पीछे असामाजिक तत्वों का हाथ है। उन्होने कहा कि पालघर में हुई संन्यासियों की हत्या संपूर्ण सनातनियों व देश के लिए एक चुनौती है। इसलिए बेहद ज
विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस ( कल विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पूरे विश्व मे मनाया गया) posted by seva bharat times on 22/08/2019 जयपुर l कल विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस पूरे विश्व मे मनाया गया।वरिष्ठ अर्थात बड़े या अंग्रेजी में कहे तो सीनियर केवल एक दिन को वरिष्ठ नागरिक दिवस मनाने से हमारे कर्तव्य पूरे नही होते है। हमें जीवन मे वरिष्ठ लोगो की अहमियत समझनी ही होगी आज जो वक़्त हमारे समाज मे ,हमारे परिवारों में गुजर रहा है उसके लिए हमें मानना ही होगा कि वरिष्ठ लोग हमारे परिवार के लिए और समाज के लिए कितना आवश्यक हैं।अगर हम पिछले 20 वर्षों के पारिवारिक और सामाजिक ग्राफ पर नजर डाले तो हम वास्तविक रूप से देख सकते है कि जब से हमने वरिष्ठ लोगो को परिवार और समाज में उपेक्षित किया है तब से हमारे समाज मे बलात्कार,तलाक, आपसी झगड़े,आत्महत्या जैसे अपराध निरंतर तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं।20 -25 वर्ष पहले जब परिवारों में वरिष्ठ लोगो का साथ होता था तो परिवार एक सुरक्षित माहौल में रहता था। जहाँ दादा दादी को पता