जब हमारी बेटियाॅ पढ़ेंगी तभी आगे बढ़ेंगी
जब हमारी बेटियाॅ पढ़ेंगी तभी आगे बढ़ेंगी , जिलाधिकारी श्री सविन बंसल
सेवा भारत टाइम्स ब्यूरो
भीमताल/नैनीताल 12 नवम्बर 2019 (सूचना) - सर्दी की गुनगुनी धूप के बीच भीमताल के एक कैफे हाउस में जिलाधिकारी श्री सविन बंसल की पहल पर महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत जनपद की मेधावी छात्राओं के साथ जिलाधिकारी श्री बंसल तथा जिले के अन्य आला अधिकारियों ने दो तरफा संवाद कायम कर जीवन में आगे बढ़ने तथा लक्ष्य को हासिल करने के टिप्स दिए। जिले के दूर दराज ईलाकों से आई बच्चियों के लिए यह एक सुःखद अनुभव था। एक दिवसीय इस कार्यक्रम में बच्चियों को फिल्म निर्माण के सम्बन्ध में फिल्मकार एवं एआरटीओ विमल पाण्डे द्वारा बारीकी से बताया गया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी श्री बंसल की धर्मपत्नी सुरभि बंसल भी मौजूद थी।
कार्यक्रम में उपस्थित बालिकाओं को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कि बेटियाॅ कुदरत का नायाब तोफा है तथा वो रोशनी है जोकि दो पारिवारों को रोशन करती हैं। उन्होंने कहा कि अनादि काल से महिलाओं व बेटियों ने दुर्गा, सीता, मरियम, फातिमा, लक्ष्मी बाई, गार्गी, कस्तूरबा के रूप में तत्कालीन समाज को नई दिशा दी। श्री बसंल ने कहा कि बदलते दौर में बच्चियों एवं महिलाओं ने समाज के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष उपलब्धियाॅ हासिल कर देश का मान बढ़ाया है। विज्ञान, अन्तरिक्ष विज्ञान, राजनीति , खेल, उद्योग, फिल्म जगत, समाज सेवा, पर्वतारोहण, संगीत के साथ ही अन्य क्षेत्रों में भी विशेष योगदान करते हुए ख्याति हासिल की है। हमें बेटियों पर नाज है। हमें ंचाहिए कि हम बेटा व बेटी का भेदभाव छोड़ कर बालिकाओं को शिक्षित बनाते हुए उन्हें समान अधिकारी प्रदान करें।
श्री बंसल ने कहा कि बेटियाॅ हमारी आन-बान, शान और खुशहाली की प्रतीक हैं। नवरात्रों में कन्याओं का पूजन शक्ति रूप में किया जाता है। उन्होंने कहा जब हमारी बेटियाॅ पढ़ेंगी तभी आगे बढ़ेंगी। उन्होंने अपने सम्बोधन में बच्चियों से कहा कि वे जीवन में अपना लक्ष्य निर्धारित करें। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द ने कहा है कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए अनुशासन व साधना के साथ ही संघर्ष भी जरूरी है। संघर्ष हमें लक्ष्य प्राप्ति की ओर ले जाता है और निश्चय ही हमें सफलता प्राप्त होती है। कार्यक्रम में मौजूद शिक्षा छोड़ चुकी ड्राॅप आउट बालिकाओं का हौंसला बढ़ाते हुए कहा कि जीवन में कभी हार न माने। जब हम हार/निराश मानते हैं तो लक्ष्य के नज़दीक होते हैं। श्री बंसल ने बालिकाओं की देश की न्यूक्लियर व्यवस्था, कृषि, आन्तरिक्ष, विदेश नीति तथा विभिन्न प्रकार की भारतीय प्रशासनिक सेवाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बालिकाओं द्वारा जिज्ञासा स्वरूप पूछे गए प्रश्नों का भी सहजता से जवाब दिया। श्री बंसल ने बच्चियों से कहा कि वह तन्मयता के साथ अध्ययन करें क्योंकि बिना किताबी ज्ञान के लक्ष्य हासिल करना संभव नही है। शिक्षा व संस्कार का समागम होने से हमारे सुन्दर व्यक्तित्व का निर्माण होता है। सुसंस्कृत एवं शिक्षित बच्चें हमारे राष्ट्र की धरोहर हैं।
जिलाधिकारी श्री बंसल ने ड्राॅप आउट बालिका कोमल से वार्ता करते हुए कहा कि शिक्षा व अन्य खर्चे जिला प्रशासन वहन करेगा। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद बच्चियों से कहा कि उन्हें किसी भी प्रकार की मदद बाल विकास विभाग के माध्यम से करायी जायेगी। कोई भी बालिका निःसंकोच उनसे कभी भी बात कर सकती है। उन्होंने इस अवसर पर सभी को गुरू नानक देव जी के 550 वे प्रकटोत्सव तथा कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शुभकामनाएं व बधाई दी।
जिले के युवा मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार अपने सम्बोधन में बताया कि किस प्रकार उन्होंने अपने लक्ष्य को हासिल किया। उन्होंने कहा कि जीवन में कभी भी छोटे सपने नहीं देखने चाहिए। उन्होंने कहा कि हमे जिन्दगी में लक्ष्य और सपने बड़े देखने चाहिए ताकि हमारी उपलब्धि लक्ष्य के अनुसार हो सके।
इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, पुलिस उपाधीक्षक अनुशा बड़ोला, जिला प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन, एपीडी संगीता आर्या, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट ने भी बालिकाओं को अपने सम्बोधन में उपलब्धि हासिल करने के तरीके बताए।
जिलाधिकारी श्री बंसल, उनकी धर्मपत्नी सुरभि तथा मुख्य विकास अधिकारी विनीत कुमार ने बालिकाओं को आॅक्सफोर्ड डिक्शनरी, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन पर आधारित पुस्तकें तथा बेशकीमती कलाई घड़ियाॅ उपहार में दीं। तोहफे पाकर बालिकाएं काफी खुश नज़र आयी। कार्यक्रम के बाद सभी बालिकाओं ने जिलाधिकारी के साथ कोल्ड काॅफी तथा लजीज़ व्यंजनों का स्वाद लिया। कार्यक्रम में मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, उप निदेशक सूचना योगेश मिश्रा, बाल विकास परियोजना अधिकारी कमला कोरंगा, रेनू मर्तोलिया, रेनू यादव, शीला रौतेला, राधा चुफाल, भाग्यवती पाण्डे आदि मौजूद थे। सफल संचालन विमल पाण्डे तथा तूलिका द्वारा किया गया।