खेल महाकुंभ-2019 : पढ़ें

खेल महाकुंभ-2019 की जनपद स्तरीय आयोजन समिति की बैठक आयोजित की गयी। 


 



( फाइल फोटो )


सेवा भारत टाइम्स ब्यूरो 


देहरादून l दिनांक 04 नवम्बर 2019, मुख्य विकास अधिकारी जी.एस रावत की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में खेल महाकुंभ-2019 की जनपद स्तरीय आयोजन समिति की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में प्रांतीय युवा कल्याण अधिकरी चमन सिंह द्वारा प्रजेन्टेशन के माध्यम से खेल महाकुंभ-2019 की प्रतियोगिता के सम्बन्ध में उपस्थित सदस्यों को अवगत कराया तथा आयोजन के सफल संचालन हेतु सभी विभागों और आयोजन समिति के सदस्यों से सक्रिय सहयोग की अपील की गयी। इस दौरान न्याय पंचायत, विकासखण्ड और जनपद तीनो स्तर पर खेल प्रतियोगिता के आयोजन की तैयारियों, खिलाड़ियों के पंजीकरण, निष्पक्ष निर्णायकों का प्रबन्धन, प्रतिभागियों की क्रिड़ा स्थल पर विभिन्न प्रकार की व्यवस्था इत्यादि बिन्दुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गयी। बैठक में आयोजकों द्वारा पूर्व के अनुभव भी साझा किये और खेल आयोजन को बेहतर तरीके से सम्पादित करने हेतु अपने बहुमूल्य सुझाव भी साझा किये।


मुख्य विकास अधिकारी ने इस दौरान जनपद स्तरीय आयोजन समिति को न्याय पंचायत, विकासखण्ड और जनपद तीनों स्तर पर आयोजित की जाने वाली प्रतियोगिता हेतु पी.आर.डी, खेल, शिक्षा, पंचायत, पुलिस विभाग सभी को आपसी समन्वय से समय से सभी व्यवस्थाओं समन्वय  बैठक आयोजित हेतु करने और अन्य सहयोगी विभागों, खेल महाकुंभ में प्रतिभाग हेतु सभी केन्द्रीय व राज्य सरकार के शिक्षण संस्थानों, निजी विद्यालयों, कोचिंग संस्थानों, शिशु मन्दिर, समाज कल्याण द्वारा संचालित विद्यालयों, सैनिक स्कूलों खेल संघ, तकनीकी संस्थानों  सहित स्थानीय स्तर पर किसी इच्छुक बालक-बालिकाओं को प्रतियोगिता में प्रतिभाग कराने हेतु समय से सम्बन्धित संस्थान को सूचित करने तथा सभी तरह के बच्चों को प्रतिभाग कराने हेतु गंभीरता से प्रयास करने के निर्देश दिये।


उन्होंने शिखा विभाग के माध्यम से स्कूली बच्चों के प्रतिभाग करवाने हेतु न्याय पंचायत स्तर पर क्रिड़ा स्थल के चयन व उसकी सूचना का प्रचार-प्रसार करने, पंजीकरण प्रक्रिया को विकासखण्ड व जनपद स्तर तक सुगम बनाने और प्रतिभाग कराने के निर्देश दिये। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि इस बात को भी ध्यान रखा जाये कि विद्यालयों में कोई परीक्षा इत्यादि का तय कार्यक्रम इस बीच ना हो, साथ ही प्रतिभागी केवल एक ही जगह प्रतिभाग कर पाये और यदि उम्र इत्यादि के मामले में कोई फर्जीवाड़ा करता है, तो उसे भविष्य के लिए सारी खेल प्रतियोगिताओं से से प्रतिबन्धित किया जाए और नियमानुसार कार्यवाही भी की जाय।


उन्होंने कहा कि खेल महाकुभ में किसी भी प्रदेश का बालक-बालिका प्रतिभाग कर सकते हैं, किन्तु वह किसी भी तरीके से प्रदेश निवासरत हो अथवा यहां के विद्यालयों में अध्यनरत् हो अथवा कोचिंग संस्थानों से जुड़ा हो आयोजन समिति ने पूर्व के अनुभव साझा करते हुए बताया कि आयोजन की धनराशि अत्यल्प है, जिसे बढाये जाने हेतु शासन को प्रस्ताव प्रेषित किया जाय। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि विकासखण्ड व न्यायपंचायत  स्तर की आयोजन समिति एक बार आपसी बैठक करते हुए समस्त आयोजन पर चर्चा कर लें, जिससे सम्बन्धित उप जिलाधिकारी की सक्रिय सहभागिता भी सुनिश्चित हो साथ ही क्रीड़ा स्थल पर पुलिस, पीआरडी द्वारा सुरक्षा चिकित्सा विभाग द्वारा प्राथमिक चिकित्सा , जल संस्थान द्वारा पेयजल और नगर निगम द्वारा साफ-सफाई और मोबाईल टाॅयलेट इत्यादि का समुचित प्रबन्ध पर चर्चा करते हुए जिम्मेदारी तय कर ली जाय। 


मुख्य विकास अधिकारी ने आयोजन समिति को यह भी निर्देश दिये कि जनपद स्तर पर की प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों के आवास हेतु भविष्य में एक बहु उपयोगी भवन निर्माण हेतु स्थल का चयन करने और इसके निर्माण हेतु जिला योजना के बजट हेतु प्रस्ताव बनायें। विदित है कि खेल महाकुम्भ का उद्देश्य युवाओं को ई-कल्चर  (इलैक्ट्रानिक संस्कृति ) से पी-कल्चर (प्ले ग्राउण्ड  संस्कृति) की ओर आकर्षित करना है साथ ही प्रतिभाशाली खिलाड़ियों/प्रतिभाओं को उचित मंच/अवसर प्रदान करते हुए भारत को क्रीड़ा हब के रूप में विकसित करना है, जिससे अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के मेडल में भी इजाफा हो जाय ओर प्रधानमंत्री के  'फिट इण्डिया' अभियान को भी बल मिले। 
इस अवसर पर जिला क्रीड़ा अधिकारी राजेश ममगांई सहित क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी, शिक्षा, पुलिस, पंचायत विकास विभाग इत्यादि के सदस्य उपस्थित थे।


Popular posts from this blog

पृथ्वी मुद्रा: जानिए स्वास्थ्य के लिए इसके फायदे

उत्तराखंड बोर्ड की हाई स्कूल व इंटर की बची परीक्षाओं की तारीख बदली :देखें

विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस l